ICC ने टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WORLD TEST CHAMPIONSHIP) की शुरुआत की थी, लेकिन अब इसे और लोकप्रिय बनाने के लिए आईसीसी क्रिकेट कमेटी ने एक बड़ा सुझाव दिया है। कमेटी ने सिफारिश की है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत होने वाली टेस्ट सीरीज (TEST SERIES) में कम से कम तीन टेस्ट मैच जरूर खेले जाएं।

ICC टेस्ट टीमें ज्यादा टेस्ट मैच खेले

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह सुझाव मुख्य रूप से साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड और श्रीलंका जैसी टीमों को ध्यान में रखते हुए दिया गया है, जो अक्सर केवल दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलती हैं। कमेटी का मानना है कि केवल भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ही लंबी टेस्ट सीरीज खेलते हैं, जबकि अन्य देशों के कम टेस्ट मैच खेलने से टेस्ट क्रिकेट का आकर्षण कम हो रहा है।

इसके अलावा, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अंक वितरण भी इस असमानता के कारण अनुचित हो जाता है। इस सिफारिश का मुख्य उद्देश्य इस असमानता को दूर करना और टेस्ट क्रिकेट को अधिक प्रतिस्पर्धी और रोचक बनाना है।

पिंक बाॅल टेस्ट की संख्या बढे़

आईसीसी (ICC) क्रिकेट कमेटी ने यह भी कहा है कि पिंक बॉल टेस्ट मैचों ने अधिक दर्शकों को स्टेडियम तक खींचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल ही में पाकिस्तान में टेस्ट मैचों में कम दर्शक देखने को मिले, जबकि भारत में पिंक बॉल टेस्ट के टिकट सामान्य टेस्ट मैचों की तुलना में ज्यादा बिके। ऐसे में आईसीसी (ICC) ने टेस्ट खेलने वाले देशों को पिंक बॉल टेस्ट को अधिक शामिल करने पर विचार करने की सलाह दी है।

एकदिवसीय मैचों में गेंदबाजी में सुधार के लिए सुझाव

एकदिवसीय मैचों में गेंदबाजों की भूमिका को बढ़ाने के लिए भी कमेटी ने सुझाव दिया है। कमेटी ने कहा कि पहले 25 ओवरों तक दो गेंदों का उपयोग हो और उसके बाद सिर्फ एक गेंद का इस्तेमाल किया जाए। इससे रिवर्स स्विंग और फिंगर स्पिनरों की वापसी संभव हो सकेगी, जो पिछले दशक में दो गेंदों के उपयोग के कारण खेल से बाहर हो गए थे।

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