Basant Panchami: हिंदू धर्म की मान्यताओं में बसंत पंचमी का अहम स्थान है। इस दिन विद्दा की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। कहा जाता है कि इसी दिन हिंदुओं की देवी सरस्वती ने जन्म लिया था। वहीं एक और कथा के अनुसार बसंत पंचमी के ही दिन भगवान ब्रह्मा द्वारा मां सरस्वती की रचना की गई थी।
अमूमन फरवरी महीने में ही बसंत पंचमी का आगमन होता है। बता दें कि इस बार एक नहीं बल्कि दो दिन बसंत पंचमी (Basant Panchami) मनाई जाएगी। साथ ही इस दिन पूजा के समय किन 3 चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, आगे इस रिपोर्ट में हम विस्तार से आपको बताने वाले हैं।
इस बार दो दिनों तक मनाई जाएगी Basant Panchami
बसंत पंचमी का दिन कई मान्यताओं के आधार पर खास है। मां सरस्वती के जन्म के अलावा कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का तिलकोत्सव भी हुआ था। उस लिहाज से यह दिन सनातन धर्म में काफी शुभ माना जाता है। इस दिन कई शुभ कार्य जैसे- शादी-विवाह, मुंडन, नामकरण आदि किए जाते हैं।
आगामी बसंत पंचमी को लेकर हिंदु घरों में जोर-शोर से इसकी तैयारियां हो रही हैं। बता दें कि इस बार दो दिन यह त्योहार मनाया जाएगा। दरअसल इस साल पंचमी तिथि 2 फरवरी को सुबह 9 बजकर 14 मिनट से शुरु हो रही है। यह 3 फरवरी को 6 बजकर 52 मिनट तक रहेगी। देश के कुछ हिस्सों में बसंत पंचमी 2 फरवरी को, वहीं कुछ हिस्सों में 3 फरवरी को मनाई जाएगी।
Basant Panchami के दिन पूजा के समय रखें इन 3 चीजों का ध्यान
बसंत पंचमी वो दिन है, जिस दिन हिंदू घरों में वीणापाणि, हंसवाहिनी अर्थात् मां सरस्वती पूजी जाती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि पूजा के समय आप तीन चीजों का खास ध्यान रखें। दरअसल मां सरस्वती की पूजा में तीन चीजें जरूर शामिल करें। इनमें पीले रंग का फूल, पेन, कॉपी व किताब तथा पीले रंग की मिठाई शामिल है।
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