भारत ने पर्थ क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से करारी शिकस्त दी। इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। कप्तान जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में टीम इंडिया ने इस मैच में हर विभाग में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। जसप्रीत बुमराह ने अपनी धारदार गेंदबाजी से 8 विकेट झटकते हुए मैच को भारत के पक्ष में मोड़ दिया और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में ऐतिहासिक जीत
रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। उनकी कप्तानी में टीम ने सामूहिक प्रयास से यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की। मैच के बाद बुमराह ने अपने बयान में कहा, "यह जीत पूरी टीम की मेहनत का नतीजा है। पहली पारी में हम पर दबाव था, लेकिन खिलाड़ियों ने अद्भुत वापसी की। मैंने सभी से यही कहा कि अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखें और संयम बनाए रखें।"
बुमराह ने 2018 में पर्थ में अपने पिछले अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि टीम ने इस बार बेहतरीन तैयारी की थी, जिसका असर मैदान पर साफ दिखा। उन्होंने खिलाड़ियों को संयमित खेल खेलने और परिस्थितियों के अनुसार रणनीति अपनाने की सलाह दी, जिसका टीम को भरपूर फायदा हुआ।
जायसवाल और कोहली का योगदान
युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की शानदार पारी ने भी इस जीत में अहम भूमिका निभाई। बुमराह ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, "यह उनकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पारी थी। उन्होंने गेंद को समझदारी से छोड़ा और अपना नैसर्गिक खेल दिखाया।"
विराट कोहली की फॉर्म पर बोलते हुए बुमराह ने कहा, "मैंने कभी नहीं महसूस किया कि विराट फॉर्म से बाहर हैं। मुश्किल पिचों पर बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन नेट्स में वह हमेशा आत्मविश्वास से भरे नजर आते हैं।"
फैंस का समर्थन बना प्रेरणा
जसप्रीत बुमराह ने भारतीय फैंस की तारीफ करते हुए कहा कि दर्शकों का समर्थन टीम को अतिरिक्त ऊर्जा देता है। उन्होंने कहा, "जब फैंस स्टेडियम में हमारा साथ देते हैं, तो हमें काफी अच्छा लगता है। यह जीत उन सभी को समर्पित है जो हर हाल में टीम का समर्थन करते हैं।"