Chhatrapati Shivaji Maharaj: भारत में आज यानि 19 फरवरी को मराठा साम्राज्य के संस्थापक और वीर योद्दा छत्रपति शिवाजी महाराज की 395वीं जयंती मनाई जा रही है। यही वो तारीख है, जब सन् 1630 में शिवनेरी किले में बीजापुर के एक सेनपित शाहजी भोंसले और माता जीजाबाई के यहां एक अद्भुत बालक ने जन्म लिया था।

ये बालक बाद में चलकर छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के नाम से जाने गए। उनके जन्मदिवस पर आगे इस रिपोर्ट में हम उनके जीवन से जुड़ा एक रोचक किस्सा पढ़ने वाले हैं।

Chhatrapati Shivaji Maharaj: 16 साल की उम्र में लड़ा पहला युद्द

Chhatrapati Shivaji Maharaj

एक महान देशभक्त और वीर योद्दा छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी अनेकों गाथाएं इतिहास की किताबों में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हैं। कहा जाता है कि शाहजी भोंसले के पुत्र ने महज 16 साल की उम्र में अपना पहला युद्द लड़ा था। उन्होंने बीजापुर के तोरणा किले पर हमला कर उसे अपने कब्जे में कर लिया था।

यहीं से उनकी वीरता सिद्द हो गई थी। साथ ही पूरी दुनिया को ये पता चल गया था कि ये 16 साल का बालक आगे चलकर नया इतिहास लिखने वाला है। उनके बढ़ते शौर्य को देखते हुए बीजापुर के सुल्तान बौखला गए और शिवाजी महाराज के पिता को कैद कर लिया। हालांकि वीर शिवाजी ने बड़ी ही बहादुरी के साथ अपने पिता को आजाद करवया था।

Chhatrapati Shivaji Maharaj: पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि अर्पित की

छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) पर कई फिल्में व टीवी धारावाहिक बन चुके हैं। साथ ही उनकी वीर गाथाओं के किस्से स्कूल की किताबों के जरिए बच्चे-बच्चे को पढ़ाए जाते हैं। उनकी 395वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा,

"मैं छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनकी वीरता और दूरदर्शी नेतृत्व ने स्वराज्य की नींव रखी, पीढ़ियों को साहस और न्याय के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। वह हमें एक मजबूत, आत्मनिर्भर और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं।"

वहीं अमित शाह ने लिखा,

"हिंदवी स्वराज्य’ का उद्घोष करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज जी का जीवन नीति, कर्त्तव्य और धर्मपरायणता का संगम था। कट्टरपंथी आक्रांताओं के विरुद्ध जीवनपर्यंत संघर्ष कर सनातन स्वाभिमान के धर्म ध्वज रक्षक छत्रपति शिवाजी महाराज जी एक राष्ट्रनिर्माता के तौर पर सदैव स्मरणीय रहेंगे। शिव जयंती के अवसर पर अद्वितीय साहस के प्रतीक, छत्रपति शिवाजी महाराज जी को कोटिशः नमन।"

यहां देखें ट्वीट:

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