मंगलवार को मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में दिग्गज क्रिकेट कोच रमाकांत आचरेकर के स्मारक का अनावरण किया गया। इस मौके पर भारतीय क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे मौजूद थे। सचिन ने इस विशेष अवसर को अपने बचपन के कोच को श्रद्धांजलि देने का मौका बताया। उन्होंने कहा, "आज का दिन बेहद खास है क्योंकि हम उस शख्स को सम्मानित कर रहे हैं, जिन्होंने मेरे जीवन और क्रिकेट को नई ऊंचाइयां दीं।"

सचिन तेंदुलकर ने कोच को बताया वन-स्टॉप शाॅप

सचिन तेंदुलकर ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर इस आयोजन के बारे में पोस्ट करते हुए कहा कि यह आचरेकर सर की उपलब्धियों का सम्मान करने का सुनहरा अवसर है। मालूम हो कि आचरेकर को 1990 में द्रोणाचार्य अवॉर्ड और 2010 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

सचिन तेंदुलकर ने अपने कोच को "वन-स्टॉप शॉप" और एक ऑलराउंडर करार दिया, जो केवल मैदान तक सीमित नहीं थे। उन्होंने कहा, "सर की कोचिंग का असर उनके छात्रों पर ऐसा था कि मैच के दौरान वे कभी दबाव महसूस नहीं करते थे। मेरे बड़े भाई अजीत को यह समझने में समय लगा कि सर के छात्रों की आत्मविश्वास की वजह उनकी कोचिंग की खास शैली थी।"

शिवाजी पार्क से कई क्रिकेटर निकले

सचिन ने याद करते हुए कहा कि आचरेकर सर के प्रशिक्षण में हमेशा क्रिकेट का माहौल रहता था। वे न केवल तकनीकी, बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी खिलाड़ियों को तैयार करते थे। सचिन ने उन्हें एक "जनरल स्टोर" की उपमा देते हुए कहा कि उनके पास हर समस्या का समाधान था।

रमाकांत आचरेकर ने सिर्फ सचिन तेंदुलकर ही नहीं, बल्कि कई अन्य क्रिकेटरों जैसे विनोद कांबली, बलविंदर सिंह संधू, प्रवीण आमरे और अजीत अगरकर को कोचिंग दी। इन सभी ने भारतीय क्रिकेट में अहम योगदान दिया। हाल ही में, प्रवीण आमरे ने कहा था कि शिवाजी पार्क में आचरेकर सर का स्मारक नई पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा बनेगा। उन्होंने कहा, "हमारे गुरु ने हमें सिर्फ क्रिकेटर नहीं, बल्कि बेहतर इंसान भी बनाया। उनका स्मारक शिवाजी पार्क को और खास बना देगा।"

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