गाबा में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने निचले क्रम की बल्लेबाजी के दम पर फॉलोऑन से बचने में सफलता पाई। बारिश से बाधित इस मुकाबले के चौथे दिन भारत की टीम 9 विकेट पर 252 रन बनाकर संघर्ष करती रही। आकाशदीप और जसप्रीत बुमराह के बीच आखिरी विकेट के लिए हुई 39 रनों की नाबाद साझेदारी ने भारत को महत्वपूर्ण राहत दी। आकाशदीप ने 31 गेंदों में 27 रन बनाए, जबकि बुमराह 10 रन बनाकर क्रीज पर टिके रहे। हालांकि, भारत अभी भी ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के स्कोर से 193 रन पीछे है और मुकाबले का नतीजा काफी हद तक बुधवार के मौसम पर निर्भर करेगा।
के एल राहुल की शानदार बल्लेबाजी और निचले क्रम का योगदान
के एल राहुल ने इस मैच में भारत के लिए सबसे ज्यादा 84 रनों की पारी खेली। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से टीम को स्थिरता दी और प्रेस कॉन्फ्रेंस में निचले क्रम के बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए कहा, “यह हमेशा महत्वपूर्ण होता है कि गेंदबाज भी अपनी बल्लेबाजी पर काम करें। आकाशदीप और बुमराह ने जिस तरह बल्लेबाजी की, उससे फॉलोऑन बचा पाना संभव हो सका।"
के एल राहुल ने बताया कि अंतिम आधे घंटे में खेल काफी रोमांचक था। “आखिरी ओवरों में आकाशदीप और बुमराह ने न केवल रन बनाए, बल्कि कड़ी बाउंसरों का सामना भी साहस के साथ किया। तेज गेंद और उछाल भरी पिच पर दोनों की बल्लेबाजी से टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है।”
जडेजा की उपयोगी पारी को मिली सराहना
इससे पहले भारतीय पारी में के एल राहुल और रवींद्र जडेजा ने महत्वपूर्ण 67 रनों की साझेदारी निभाई थी। जडेजा ने 77 रनों का बहुमूल्य योगदान दिया। राहुल ने उनकी बल्लेबाजी की सराहना करते हुए कहा, “जडेजा ने एक बार फिर साबित किया कि वह बल्लेबाजी में भी टीम के लिए कितना अहम योगदान देते हैं। उनकी तकनीक मजबूत है और नाजुक समय में वह हमेशा टीम को संभालते हैं।”
राहुल ने आगे कहा कि जडेजा की गेंदबाजी के साथ उनकी बल्लेबाजी को भी बराबर सराहना मिलनी चाहिए। “उनकी बैटिंग में आत्मविश्वास झलकता है और निचले क्रम में उनका प्रदर्शन टीम के लिए बहुत मददगार साबित होता है।"
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