जोहान्सबर्ग में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज गेराल्ड कोएट्जी को अंपायर के फैसले का विरोध करना भारी पड़ा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कोएट्जी को आचार संहिता का उल्लंघन करने पर फटकार लगाई और उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा। यह घटना तब हुई जब कोएट्जी ने अपनी गेंद को वाइड करार दिए जाने पर अंपायर के खिलाफ अनुचित टिप्पणी की।
गेराल्ड कोएट्जी पर आईसीसी आचार संहिता का उल्लंघन
आईसीसी की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि गेराल्ड कोएट्जी ने खिलाड़ियों और सहयोगी कर्मचारियों से संबंधित आचार संहिता के नियम 2.8 का उल्लंघन किया। यह नियम अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान अंपायर के फैसले के विरोध से संबंधित है। कोएट्जी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा दी गई सजा को स्वीकार कर लिया, जिसके चलते किसी औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
डिमेरिट अंक और सजा का प्रावधान
मैदानी अंपायर अल्लाहुद्दीन पालेकर और स्टीफन हैरिस, तीसरे अंपायर लुबाबालो गकुमा और चौथे अंपायर अर्नो जैकब्स ने कोएट्जी के खिलाफ आरोप लगाए थे। लेवल-1 के उल्लंघन पर न्यूनतम सजा फटकार और अधिकतम सजा खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना और एक या दो डिमेरिट अंक है। यदि किसी खिलाड़ी के खाते में 24 महीनों के भीतर चार या अधिक डिमेरिट अंक जुड़ते हैं, तो यह निलंबन अंक में बदल दिए जाते हैं, जिससे खिलाड़ी को प्रतिबंध का सामना करना पड़ता है।
भारत ने सीरीज पर किया कब्जा
भारत ने इस मैच में दक्षिण अफ्रीका को 135 रन से हराकर चार मैचों की सीरीज को 3-1 से अपने नाम किया। इस मैच में भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहतरीन रहा, जिससे उन्होंने न केवल सीरीज पर कब्जा जमाया बल्कि गेराल्ड कोएट्जी की विवादित घटना के बावजूद खेल भावना बनाए रखी।
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