न्यूजीलैंड की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। इंग्लैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में हुए टेस्ट मुकाबले में धीमी ओवर गति के कारण कीवी टीम पर तीन अंकों का जुर्माना लगाया गया है। इसके परिणामस्वरूप न्यूजीलैंड की स्थिति WTC पॉइंट्स टेबल में और खराब हो गई, और टीम चौथे स्थान से खिसककर पांचवें स्थान पर पहुंच गई। मंगलवार को आईसीसी ने इसकी आधिकारिक जानकारी दी।
जुर्माने का कारण और टीमों की प्रतिक्रिया
हेगले ओवल में न्यूजीलैंड ने भले ही इंग्लैंड पर आठ विकेट से शानदार जीत दर्ज की हो, लेकिन दोनों टीमों ने निर्धारित समय में तीन ओवर कम फेंके। इसके चलते न्यूजीलैंड और इंग्लैंड दोनों पर प्रति ओवर एक अंक का जुर्माना लगाया गया। मैदानी अंपायर अहसान रजा और रॉड टकर, तीसरे अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक और चौथे अंपायर किम कॉटन ने इस मामले की रिपोर्ट तैयार की, जिसके आधार पर आईसीसी के मैच रैफरी डेविड बून ने यह दंड लगाया।
कीवी टीम के कप्तान टॉम लैथम और इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया, जिससे औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी। हालांकि, इस जुर्माने का न्यूजीलैंड के WTC अभियान पर गंभीर असर पड़ा है।
फाइनल में पहुंचने की राह हुई कठिन
यह फैसला कीवी टीम के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि अब उसके पास इंग्लैंड के खिलाफ बाकी बचे दोनों टेस्ट जीतने के बावजूद अधिकतम 55.36 प्रतिशत अंक ही हो सकते हैं। भारत, जो 61.11 प्रतिशत अंकों के साथ शीर्ष पर है, के लिए यह खबर सकारात्मक मानी जा रही है। वहीं, दक्षिण अफ्रीका (59.26 प्रतिशत), ऑस्ट्रेलिया (57.26 प्रतिशत) और श्रीलंका (50 प्रतिशत) क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर बने हुए हैं।
कीवी टीम को अब इंग्लैंड के खिलाफ बाकी बचे दोनों टेस्ट मैच जीतने होंगे और अन्य टीमों के प्रदर्शन में भी उसके अनुकूल नतीजों की उम्मीद करनी होगी। लेकिन यह राह आसान नहीं है, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका की टीमों की स्थिति फिलहाल मजबूत है।
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