WTC FINAL : न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज (TEST SERIES) में 2-0 से पीछे चल रही भारतीय टीम (TEAM INDIA) के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में पहुंचने का रास्ता कठिन हो गया है। पुणे टेस्ट में मिली हार के बाद भी भारत अंक तालिका में पहले स्थान पर बना हुआ है, लेकिन फाइनल की दौड़ अब पहले से ज्यादा दिलचस्प हो गई है। अब भारतीय टीम को अगले मैच जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।

WTC फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को चाहिए चार जीत

न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीसरा और निर्णायक टेस्ट मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 1 नवंबर से शुरू होने वाला है। इसके बाद 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बहुप्रतीक्षित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BORDER GAVASKAR TROPHY) का आगाज होगा, जिसमें भारत-ऑस्ट्रेलिया (IND VS AUS) के बीच पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे। वर्तमान स्थिति के अनुसार, भारत 62.82 प्रतिशत अंकों के साथ शीर्ष पर है, जबकि ऑस्ट्रेलिया 62.5 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है।

एक और हार के बाद भारतीय टीम दूसरे स्थान पर खिसक सकती है, जो फाइनल में पहुंचने की उसकी उम्मीदों पर असर डाल सकता है। अभी WTC शेड्यूल के अनुसार, भारत को कुल 6 टेस्ट मैच खेलने हैं। यदि टीम इंडिया को फाइनल में अपनी जगह सुरक्षित करनी है, तो अगले 6 में कम से कम चार जीत दर्ज करना अनिवार्य होगा।

अगर भारत तीसरे टेस्ट में न्यूज़ीलैंड को हराने में सफल रहता है, तो रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कम से कम तीन मैच जीतने होंगे। अगर ऐसा नहीं होता है, तो फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को अन्य टीमों के परिणामों पर निर्भर रहना पड़ सकता है।

WTC फाइनल में भारत का पिछला रिकॉर्ड

अब तक दो बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेला गया है, जिसमें भारत दोनों बार फाइनल में पहुंचने वाला पहला देश रहा है। 2021 में खेले गए पहले फाइनल में न्यूज़ीलैंड ने भारत को 8 विकेट से हराया था। इसके बाद 2023 में भारत फिर से फाइनल में पहुंचा, जहां उसे ऑस्ट्रेलिया से द ओवल मैदान में 209 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा। इस बार भारतीय टीम के पास फिर से फाइनल में पहुंचने और खिताब जीतने का मौका है, लेकिन इसके लिए उसे हर मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा।

भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की राह आसान नहीं है। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मिली हार ने भारतीय टीम को सोचने पर मजबूर कर दिया है। अब भारतीय खिलाड़ियों को आगामी मैचों में बेहतर रणनीति और प्रदर्शन करना होगा, ताकि वे फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित कर सकें और इतिहास रच सकें।

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