Instructions for Farmers : भारत सरकार इस समय किसानों के हित में तरह-तरह की योजनाएं चला रही है, जिसमें किसान सम्मान निधि से लेकर उन्नत फसलों की खरीदारी तक कई योजनाओं के नाम शामिल हैं। जिनका लाभ सीधा किसान भाइयों को मिल रहा है। इन योजनाओं को चलाने का मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि के प्रति प्रेरित करना और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि वह कृषि करने की तरफ अग्रसर हो सके।
लेकिन इस समय किसानों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जी हां अगर किसानों द्वारा की गई एक गलती से वह सरकारी योजनाओं से अपने हाथ धो सकते हैं ।
भूल कर भी ना करें यह गलती
सरकार किसानों के लिए फ्री कार्ड से लेकर बिजली तक कई सरकारी योजनाएं चल रही है। इसके साथ-साथ किसान सम्मान निधि योजना से लेकर उन्नत फसलों की खरीदारी तक की कई योजनाएं किसानों के हित में चलाई जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर किसान भाइयों ने भूल कर भी यह गलती कर दी, तो उन्हें सरकारी योजनाओं से हाथ धोना पड़ सकता है। आईए जानते हैं कि ऐसी कौन सी है यह गलती, जिसे करने के बाद वह सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाएंगे।
कौन सी गलती ना करें किसान
किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार कई योजनाएं चला रही है, लेकिन सरकार की तरफ से किसानों के लिए एक बड़ी जानकारी शेयर की गई है, जिसके अंतर्गत किसानों को उनकी एक गलती से दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। अगर किसानों ने भूल कर भी अपने खेतों में फसलों के अवशेष को जला दिया, तो वह सभी सरकारी योजनाओं से अपने हाथ धो बैठेंगे। सरकार की तरफ से यह बड़ा ऐलान जारी किया गया है।
किसान भूल कर भी ना करें यह काम
किसान अगर इस गलती से बचना चाहते हैं तो वह किसी भी कीमत पर अपने खेतों में फसलों के अवशेष को ना जलाएं। जिसमें पराली, भूसा, खूंटी या फिर पुआल के अवशेषों के नाम शामिल हैं। अगर किसानों ने भूल से भी ऐसा कुछ कर दिया, या ऐसा करते पाए गए, तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई दर्ज की जाएगी। इसके साथ-साथ उन्हें सभी सरकारी योजनाओं से हाथ भी धोना पड़ सकता है। इसलिए इस बात को किसानों को ध्यान रखना बहुत आवश्यक होगा।
Instructions for Farmer
कृषि विभाग की तरफ से एक अहम निर्देश जारी किया गया है, जिसके अंतर्गत कृषको को भूलकर भी खेतों में पराली न जलाने के आदेश दिए गए हैं। अगर किसान ऐसा करते पाए गए, तो उन्हें सभी सरकारी योजनाओं से विमुख कर दिया जाएगा। इसके साथ-साथ उनके ऊपर सरकार की तरफ से तगड़ा जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
क्यों जारी किए गए यह निर्देश
जब किसान अपने खेतों पर फसलों के अवशेष जलाते हैं, तो इससे काफी नुकसान होता है। जी हां सबसे ज्यादा तो फसलों के अवशेष जलाने से वायु प्रदूषण बढ़ता है। इसके साथ-साथ मिट्टी का तापमान भी बढ़ने लगता है। अब ऐसी स्थिति में जमीन के कार्बन और पोषक तत्व धीरे-धीरे नष्ट हो जाते हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि जमीन पर नाइट्रोजन की कमी होने लगती है, जिसके कारण जमीन पूरी तरह से बंजर होने की स्थिति में भी आ जाती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार की तरफ से किसानों के लिए यह अहम निर्देश जारी किए गए।
किसान करें सही प्रबंधन
किसानों के लिए फसलों के अवशेषों को लेकर सही प्रबंधन करने की आवश्यकता है। जी हां अगर हम सरकार और कृषि विभाग की बातों का अनुकरण करें, तो इससे न सिर्फ हमारी मिट्टी ही उपजाऊ बनी रहेगी, बल्कि होने वाले कई नुकसानों से भी हम बच सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि अगर किसानों ने सरकार की बात मानी तो उन्हें भी सरकारी योजनाओं का लाभ बराबर मिलता रहेगा।