भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से पर्थ में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत हो रही है। इस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह कप्तानी करेंगे। हालांकि, बुमराह को यह कप्तानी केवल पर्थ टेस्ट के लिए मिली है, लेकिन इस मैच में बुमराह के पास एक ऐतिहासिक मौका है। वह इस सीरीज के दौरान टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट लेने वाले क्लब में शामिल हो सकते हैं।
जसप्रीत बुमराह के पास 200 विकेट पूरा करने का मौका
वर्तमान में जसप्रीत बुमराह के नाम टेस्ट क्रिकेट में 173 विकेट हैं। ऐसे में, अगर बुमराह पांच मैचों की इस सीरीज में 27 विकेट हासिल करते हैं, तो वह टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट पूरे कर लेंगे। बुमराह ने अब तक टीम इंडिया के लिए 40 टेस्ट मैच खेले हैं। यदि बुमराह इस लक्ष्य को हासिल करते हैं, तो वह टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों में एक नई मिसाल कायम करेंगे।
टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अनिल कुंबले के नाम है। उन्होंने 132 टेस्ट मैचों में 619 विकेट अपने नाम किए हैं। वहीं, रविचंद्रन अश्विन 105 टेस्ट मैचों में 450 विकेट के साथ दूसरे स्थान पर हैं। अश्विन के पास भी इस सीरीज में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने का मौका है, क्योंकि वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 550 विकेट पूरे कर सकते हैं।
कपिल देव और हरभजन सिंह की उपलब्धियां
कपिल देव ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए 434 विकेट झटके हैं और वह तीसरे स्थान पर काबिज हैं। इसके अलावा, भारत के महान स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने टेस्ट क्रिकेट में 417 विकेट लिए हैं और वह चौथे स्थान पर हैं। अब बुमराह के पास भी 200 टेस्ट विकेट पूरे करने का शानदार मौका है, जो उन्हें भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक और महत्वपूर्ण स्थान दिला सकता है।