Cyber Fraud : देश में लगातार भ्रष्टाचार और साइबर फ्रॉड जैसे अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। जी हां सरकार इन भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लगाने के लगातार प्रयास में लगी हुई है, लेकिन फिर भी अपराधी कांड करने से पीछे नहीं हट रहे। कुछ ऐसा ही किस्सा आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे। जी हां यह कुछ और नहीं बल्कि एक शादी का कार्ड है जोकि आजकल अपराधियों ने हमारे फोन का डाटा हैक करने के लिए चुना है।
अगर आपके नंबर पर भी किसी ऐसे नंबर से शादी का कार्ड आता है, जो आपके फोन में सेव नहीं है, तो कृपया इस शादी के कार्ड को ओपन मत करें। साइबर अपराधियों (Cyber Fraud) द्वारा धोखाधड़ी के लिए यह नया तरीका खोजा गया है, जिसके चलते अगर आप शादी के कार्ड के नाम पर दी गई लिंक पर क्लिक करते हैं तो आप गहरी जालसाजी का शिकार हो सकते हैं।
जी हां इन दिनों साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) और ऑनलाइन धोखाधड़ी के रोज नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। इनमें स्कैनर्स इंटरनेट का प्रयोग करके भोली भाली जनता को अपने जाल में फंसा लेते हैं। जब तक आप इनकी मंशाओं को समझते हैं, तब तक तो यह आप की व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारियां हासिल कर लेते हैं। साइबर अपराध के ऐसे बहुत से तरीके हैं जिनके माध्यम से यह ठग हमें धोखा देने के लिए तैयार बैठे हैं। उनमें फिशिंग, स्पैम, मैलवेयर अटैक, सोशल इंजीनियरिंग और डिजिटल अरेस्ट जैसे बहुत से तरीकों के नाम शामिल है।
शादी के मौसम में स्कैमर्स का नया Cyber Fraud
इस समय हमारे यहां शादियों के सीजन की शुरुआत हो चुकी है। एक अनुमान से सामने आया कि 12 नवंबर से 16 नवंबर के बीच हमारे यहां लगभग 48 लाख शादियां होने जा रही हैं। यह तो सभी जानते हैं कि अगर शादियां होंगी तो निमंत्रण भी जरूर भेजे जाएंगे। इन दिनों लोगों का घर-घर जाकर शादी का कार्ड बांटना बहुत अधिक मुश्किल हो चुका है। अब ऐसे में लोग व्हाट्सएप पर इनविटेशन कार्ड भेजना सरल समझते हैं। मेजबान और मेहमान दोनों को ही यह चलन बहुत अधिक सुविधाजनक लगता है। इसलिए अब व्हाट्सएप पर शादी का कार्ड भेजना एक आम बात हो चुकी है।
डिजिटल शादी कार्ड से बढ़ता Cyber Fraud
इस समय साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। लोगों के व्हाट्सएप नंबर पर अनजान नंबर से कार्ड आ रहे हैं, और लोगों को इनका तगड़ा खामियाजा चुकाना पड़ रहा है। जी हां कहीं यह शादी के कार्ड आपके बैंक अकाउंट को खाली न कर दे। इसलिए किसी भी अनजान नंबर से आने वाले कार्ड को खोलने से पहले उसकी अच्छे से जांच कर ले, क्योंकि व्हाट्सएप के माध्यम से ये साइबर ठग (Cyber Fraud) आम जनता को ठगने का एक नया तरीका अपना रहे हैं।
इसमें स्कैमर लोगों के व्हाट्सएप नंबर पर डिजिटल शादी कार्ड के लिंक भेज कर उनके फोन में मैलफेयर इंस्टॉल कर रहे हैं। इस मेल के माध्यम से उन्हें यूजर्स की सभी जानकारियां मिल जाती हैं, जिसमें आपकी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल्स और फोन में उपलब्ध सभी प्रकार की इनफार्मेशन शामिल है। साइबर पुलिस द्वारा इस प्रकार की ठगी से सतर्क रहने की विशेष सलाह दी गई है। भारत में चल रही शादियों के माहौल में यह साइबर अपराधी नया जाल फैला रहे हैं।
अब साइबर अपराधियों (Cyber Fraud) द्वारा व्हाट्सएप पर जो डिजिटल शादी कार्ड के नाम पर लिंक भेजी जाती है, उन लिंक में अक्सर मैलवेयर या फिशिंग स्क्रिप्ट होती है। जैसे ही किसी यूज़र्स द्वारा इस लिंक पर क्लिक की जाती है, उसके डिवाइस में यह मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है और उसकी सभी बैंक डिटेल्स और पर्सनल जानकारी चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है।
स्कैम कैसे करता है काम
डिजिटल निमंत्रण भेजना : स्कैमर्स द्वारा भोली भाली जनता को फसाने के लिए शादी का निमंत्रण देने का दिखावा किया जाता है। इसके साथ ही वह इस कार्ड को आकर्षक और सुंदर बनाने के लिए कार्ड की डिजाइन में पेश करते हैं।
मैलवेयर इंस्टॉल करना : जैसे ही आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं। यह मेलवेयर आपके फोन में इंस्टॉल हो जाता है।
डाटा चोरी : इन साइबर अपराधियों का मुख्य उद्देश्य मैलवेयर के माध्यम से आपके बैंकिंग ऐप्स और पासवर्ड की संपूर्ण जानकारी हासिल करना है।
ऑनलाइन धोखाधड़ी से ऐसे करें बचाव
अगर आप देश में फैले भ्रष्टाचार और साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) से खुद का बचाव करना चाहते हैं, तो आपको अपने फोन और कंप्यूटर में जटिल और अलग-अलग पासवर्ड का प्रयोग करना चाहिए। इसके साथ-साथ आपको दो स्तरीय प्रमाणीकरण (2FA) का प्रयोग जरूर करना चाहिए। किसी भी संदिग्ध लिंक, अंजान ईमेल और मैसेज को खोलने से बचें। वही किसी के भी साथ अपनी वित्तीय जानकारी शेयर ना करें। सोशल मीडिया या अज्ञात वेबसाइट्स आदि पर किसी प्रकार की कोई संवेदनशील जानकारी व्यक्त न करें।
इसके साथ-साथ अपना पासवर्ड और अपना फोन किसी अन्य व्यक्ति को ना दें। अपनी डिवाइस और एप्स को समय-समय पर अपडेट करते रहें। इसके साथ-साथ ओरिजिनल वेबसाइट का ही प्रयोग करें। अगर आप साइबर क्राइम (Cyber Fraud) जैसे अपराध का शिकार हो जाते हैं तो इसकी जानकारी पुलिस को अवश्य दें। क्योंकि सतर्कता और जागरूकता ही साइबर क्राइम (Cyber Fraud) जैसे अपराध से बचने का एक आसान तरीका होता है। इसलिए अगर आपको कुछ भी संदिग्ध नजर आ रहा है तो इसकी जानकारी अपने आसपास के लोगों और एक्सपर्ट को अवश्य देनी चाहिए।
1) अंजान और संदिग्ध लिंक को भूलकर भी ना खोलें।
2) डिजिटल कार्ड के रूप में आई APK फाइल्स या बेनाम फाइल्स को भूलकर भी इंस्टॉल ना करें।
3) किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उस स्रोत की प्रमाणिकता की जांच अवश्य कर लें।
4) वही साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) या स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी अवश्य दें।