PM Awas Yojana : प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) एक ऐसी सरकारी योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश के कमजोर और मध्यम वर्गीय परिवारों को सस्ती आवासीय सुविधा प्रदान करना है। इसके अंतर्गत पात्र लाभार्थी को घर खरीदने या बनवाने के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी प्रदान की जाती है।

हर व्यक्ति चाहता है कि उसका एक खुद का घर हो, इसी कड़ी को ध्यान में रखते हुए सरकार गरीब और कमजोर परिवारों के लिए मकान मुहैया कराती है, ताकि प्रत्येक इंसान का खुद के मकान में रहने का सपना पूरा हो सके। इस योजना के अंतर्गत सरकार जरूरतमंदों को मकान बनवाने के लिए पैसे भी देती है, ताकि उनका मकान बनाने का सपना पूरा हो सके। कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का गलत लाभ उठाने से पीछे नहीं हटते।

हालांकि ऐसे लोगों को हकीकत में मकान की जरूरत नहीं होती, लेकिन फिर भी वह गरीबों का हक मारने से पीछे नहीं हटते। जी हां वह अपने कुछ फर्जी दस्तावेज बनाकर पीएम आवास योजना (PM Awas Yojana) का लाभ उठाते हैं। अगर किन्ही कारणों के चलते उनके दस्तावेज फर्जी पाए गए, तो सरकार उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लेती है। इसके अतिरिक्त चोरी पकडे जाने पर सरकार की तरफ से तगड़ी वसूली का भी प्रावधान सम्मिलित है।

ऐसे होता है फर्जीवाड़ा

फर्जी दस्तावेज से तात्पर्य ऐसे लोगों से है, जिनके पास पहले से ही रहने के लिए घर मौजूद है। उन्हें असलियत में किसी भी घर की कोई आवश्यकता नहीं है, फिर भी वह लालच में आकर गरीबों का हक मारने के प्रयास में लगे रहते हैं। जी हां यह लोग पहले से ही पक्के मकानों में रहते होते हैं, और हर प्रकार से सुविधा संपन्न है।

इसके बावजूद भी वह सरकार की तरफ से जारी आवास योजना (PM Awas Yojana) के अंतर्गत पुराने कच्चे मकान दिखाकर आवास ले लेते हैं। कई मामले तो ऐसे भी सामने आए जिनमें लोग फर्जी दस्तावेज बनवाने से भी पीछे नहीं हटते। पर जांच होने पर पुरी सच्चाई सामने आ जाती है, तब सरकार की तरफ से ऐसे लोगों पर कड़ा एक्शन लेने का प्रावधान भी है।

नोटिस भी होता जारी

सरकार की तरफ से चलाई जा रही पीएम आवास योजना (PM Awas Yojana) का जो लोग गलत तरह से लाभ उठा रहे हैं। सच्चाई सामने आने पर सरकार की तरफ से ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाती है। जी हां सरकार द्वारा दोबारा सत्यापन में पकड़े जाने पर ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाती है और उनके खिलाफ धन वापसी का नोटिस जारी कर दिया जाता है।

2016 में हुई थी PM Awas Yojana की शुरुआत

केंद्र सरकार की तरफ से गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए ऐसे परिवारों को पक्की छत उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया था। इसी बात को ध्यान में रखते हुए साल 2016 में प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) की शुरुआत की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को रहने के लिए खुद का एक घर मिल सके।

सरकार प्रत्येक वर्ष ऐसे व्यक्तियों का चयन कर उन्हें आवास वितरित करती है। इस योजना (PM Awas Yojana) के अंतर्गत सरकार की तरफ से तीन किस्तों में 1.20 लाख रुपए की धनराशि भेजी जाती है, ताकि प्रत्येक वर्ग के लोगों के पास रहने के लिए खुद का एक घर हो और वह अपने घर में सुकून से रह सके।

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