Ranji Trophy 2024-25 के रोमांचक मुकाबले जारी हैं, जहां ग्रुप सी में बिहार और कर्नाटक की टीमें पटना के मोइन उल हक स्टेडियम में आमने-सामने हैं। हालांकि, इस मैच में मौसम की बाधा के कारण खेल प्रभावित हो गया है। चक्रवात दाना का प्रभाव बिहार में देखने को मिला, जिसके चलते पहले दिन के बाद से लगातार बारिश और गीले मैदान की समस्या बनी हुई है।
Ranji Trophy में बारिश ने डाला खेल पर असर
Ranji Trophy का पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद चक्रवात दाना की वजह से बिहार के कई इलाकों में भारी बारिश हुई। इसके कारण पटना और आसपास के क्षेत्रों में भी मौसम खराब हो गया, जिससे मोइन उल हक स्टेडियम की पिच और मैदान गीला हो गया।
दूसरे दिन भी खेल शुरू करने में कई अड़चनें आईं। मैदान की पिच को सुखाने के लिए प्रबंधकों ने अलग-अलग तरीकों का सहारा लिया, लेकिन दूसरे दिन का खेल पूरी तरह प्रभावित रहा और एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी।
पिच सुखाने के लिए गोबर के उपलों का अनोखा प्रयोग
मौसम की चुनौती से निपटने के लिए मैदानकर्मियों ने पिच सुखाने के अनोखे तरीके अपनाए। सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने इस उपाय में पिच को सुखाने के लिए गोबर के उपले जलाए गए। लोहे की एक ट्रे में उपलों को रखकर आग लगाई गई ताकि उससे उठने वाली गर्मी से पिच को सुखाया जा सके। यह तरकीब अनोखी जरूर थी, लेकिन पूरी तरह कारगर साबित नहीं हो पाई और पिच की नमी बरकरार रही, जिसके कारण दूसरे दिन का खेल नहीं हो सका।
यह पहली बार नहीं है जब मैदान सुखाने के लिए इस तरह के उपाय अपनाए गए हों। हाल ही में ग्रेटर नोएडा में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच के दौरान भी पिच को सुखाने के लिए पंखों का प्रयोग किया गया था। हालांकि, मौसम की मार के आगे सभी उपाय असफल साबित होते हैं। इस प्रकार, बिहार और कर्नाटक के इस रणजी मुकाबले में भी प्रकृति के आगे व्यवस्थाएं नाकामयाब होती नजर आईं।