भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने मौजूदा मुख्य कोच गौतम गंभीर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज से पहले संयम बनाए रखने की सलाह दी है। न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत को 0-3 से करारी हार का सामना करना पड़ा, जिससे गंभीर पर दबाव बढ़ गया है। आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी न केवल गंभीर, बल्कि टीम के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

खिलाड़ियों को समझना और सोच-समझकर फैसले लेना जरूरी: शास्त्री

रवि शास्त्री का मानना है कि गंभीर को खिलाड़ियों के साथ एक गहरा रिश्ता बनाना होगा और सीरीज के दौरान जल्दबाजी में लिए गए फैसलों से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, "गौतम गंभीर को टीम के हर खिलाड़ी को समझने और उनके साथ संतुलित व्यवहार करने की जरूरत है। खिलाड़ी के साथ रिश्ते रातों-रात नहीं बनते। हर खिलाड़ी अलग पृष्ठभूमि और दृष्टिकोण से आता है, और उन्हें बेहतर तरीके से जानने के लिए समय देना होगा।"

शास्त्री ने यह भी कहा कि टीम को आगे ले जाने के लिए गौतम गंभीर को अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना होगा। उन्होंने जोर दिया, "कोच को हर परिस्थिति में शांत रहना चाहिए। बाहरी दबाव और आलोचनाओं को नजरअंदाज करते हुए खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाना और उनके कौशल पर विश्वास करना बेहद जरूरी है। बिना सोचे-समझे लिए गए निर्णय टीम के प्रदर्शन पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं।"

गौतम गंभीर टीम के लिए नई ऊर्जा और दृष्टिकोण की जरूरत

विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ गंभीर की रणनीति और उनके निर्णय इस सीरीज में निर्णायक साबित हो सकते हैं। शास्त्री ने गंभीर को सुझाव दिया कि वह हर खिलाड़ी की क्षमता का सही मूल्यांकन करें और टीम की जरूरतों के मुताबिक फैसले लें। उन्होंने कहा, "टीम के प्रदर्शन को सुधारने के लिए सही संयोजन और संतुलन बनाना आवश्यक है। गंभीर को खिलाड़ियों को कठिन परिस्थितियों में परखना चाहिए और हर स्थिति में उनका समर्थन करना चाहिए।"

शास्त्री ने यह भी कहा कि गौतम गंभीर को बाहरी आलोचनाओं से विचलित नहीं होना चाहिए और टीम के खिलाड़ियों पर अपना भरोसा बनाए रखना चाहिए। उन्होंने यह कहते हुए अपनी बात समाप्त की, "खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ाना और टीम के भीतर सकारात्मक वातावरण बनाना कोच की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।"

Also Read : पहले टेस्ट से पहले शेन वॉटसन की कंगारुओं को सलाह, विराट कोहली से न ले पंगा वरना हो जाएगा दंगा