भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का चौंकाने वाला फैसला लिया है। उन्होंने गाबा टेस्ट के बाद कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फैसले का ऐलान किया। अश्विन ने अपनी इस नई पारी की शुरुआत की घोषणा के दौरान ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के साथ वक्त बिताया और कोहली ने उन्हें गले लगाकर विदाई दी।
रविचंद्रन अश्विन का करियर और उनकी उपलब्धियां
38 वर्षीय रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 106 मैचों में 537 विकेट हैं, जिसमें उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 59 रन देकर 7 विकेट की है। अश्विन का टेस्ट औसत 24.00 और स्ट्राइक रेट 50.73 रहा है। भारतीय सरजमीं पर अश्विन हमेशा टीम इंडिया के स्पिन अटैक की रीढ़ रहे। उन्होंने घर पर खेले गए सभी टेस्ट मैचों में हिस्सा लिया और कभी कोई मुकाबला मिस नहीं किया।
अश्विन ने टेस्ट में 37 बार 5 विकेट हॉल लेकर भारतीय रिकॉर्ड अपने नाम किया है। ओवरऑल, वह श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (67 बार) और शेन वॉर्न (37 बार) के साथ इस लिस्ट में शीर्ष स्थान पर हैं। अश्विन टेस्ट में अनिल कुंबले के बाद भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं।
वनडे और टी20 में प्रदर्शन
वनडे और टी20 फॉर्मेट में भी अश्विन ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 116 वनडे में 156 विकेट और 65 टी20 में 72 विकेट चटकाए। वनडे में उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 25 रन देकर 4 विकेट और टी20 में 8 रन देकर 4 विकेट रही। हालांकि, इन फॉर्मेट्स में वह कभी पारी में 5 विकेट नहीं ले सके।
रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट में गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी में भी योगदान दिया। उनके नाम 3503 रन हैं, जिसमें 6 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 124 रन का रहा। उन्होंने वनडे और टी20 में भी क्रमश: 707 और 184 रन बनाए।
अश्विन की नई पारी
2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी विजेता टीम का हिस्सा रहे अश्विन अब सिर्फ आईपीएल में खेलते नजर आएंगे। चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया है। अश्विन का यह फैसला भारतीय क्रिकेट में उनकी यादगार पारी के समापन का प्रतीक है।