भारत के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बुधवार को क्रिकेट के तीनों प्रारूपों से अचानक संन्यास लेकर सबको चौंका दिया। हालांकि, अश्विन ने स्पष्ट किया कि वह घरेलू टूर्नामेंट्स और आईपीएल में खेलना जारी रखेंगे। अश्विन ने यह ऐलान कप्तान रोहित शर्मा के साथ आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया।
रोहित शर्मा ने किया खुलासा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रोहित शर्मा ने बताया कि उन्होंने अश्विन से गुलाबी गेंद के टेस्ट में खेलने का अनुरोध किया था। अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान ही संन्यास का फैसला कर लिया था। एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट खेलने के बाद अश्विन को पर्थ और ब्रिसबेन टेस्ट के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया, जिसके बाद उन्होंने संन्यास का मन बना लिया।
रोहित शर्मा ने कहा, "जब हम पर्थ पहुंचे, तब मुझे अश्विन के इस फैसले की जानकारी मिली। उन्होंने खुद यह निर्णय लिया क्योंकि वह टीम के संयोजन और रणनीतियों को समझते हैं।" उन्होंने आगे बताया कि ब्रिसबेन में मैच खत्म होने के बाद अश्विन ने अपने फैसले का औपचारिक ऐलान किया।
संन्यास का कारण और रोहित की प्रतिक्रिया
रोहित शर्मा ने अश्विन के फैसले पर बात करते हुए कहा, "यह फैसला उनका निजी था, और उन्होंने गहराई से सोचने के बाद इसे लिया। अश्विन ने टीम के लिए कई यादगार पल दिए हैं और इस तरह के खिलाड़ी को अपना निर्णय लेने का पूरा अधिकार है।"
कप्तान ने यह भी बताया कि अश्विन का मानना था कि अगर उन्हें सीरीज में जगह नहीं मिल रही है, तो खेल को अलविदा कहने का यह सही समय है। रोहित ने कहा, "हमने उन्हें गुलाबी गेंद वाले टेस्ट में खेलने के लिए मना लिया, लेकिन वह पहले ही अपने संन्यास का मन बना चुके थे।"
गौतम गंभीर ने भी जताया समर्थन
अश्विन के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए गौतम गंभीर ने भी उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि किसी खिलाड़ी को अपने करियर के बारे में निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता होनी चाहिए। रोहित ने गंभीर की भावना को साझा करते हुए कहा, "हम सभी को अश्विन के फैसले का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने टीम के लिए जो योगदान दिया है, वह हमेशा याद किया जाएगा।"
रविचंद्रन अश्विन का यह कदम टीम इंडिया के लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन उनका योगदान हमेशा भारतीय क्रिकेट में प्रेरणा का स्रोत रहेगा।