भारतीय तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल ने गुरुवार को क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया। 34 वर्षीय कौल ने सोशल मीडिया पर अपने क्रिकेट करियर के समापन की जानकारी दी। हालांकि, उन्होंने विदेशी लीग में खेलने के विकल्प को खुला रखा है। कौल 2008 में विराट कोहली की कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के अहम सदस्य थे। उन्होंने टूर्नामेंट में 10 विकेट झटके थे, जो किसी तेज गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
भारत और आईपीएल में टीमों का प्रतिनिधित्व किया
सिद्धार्थ कौल ने 2018-19 के बीच भारत के लिए तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेले। वह आईपीएल का भी हिस्सा रहे, जहां उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का प्रतिनिधित्व किया। कौल ने लिखा, "यह मेरे क्रिकेट करियर को खत्म करने का समय है। मैं भगवान, अपने परिवार, प्रशंसकों और बीसीसीआई का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे यह सफर तय करने में मदद की।"
सिद्धार्थ कौल ने अपने घरेलू करियर में पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हुए 88 प्रथम श्रेणी मैचों में 297 विकेट चटकाए। लिस्ट ए क्रिकेट में उन्होंने 111 मैचों में 199 विकेट लिए, जबकि 145 टी20 मुकाबलों में 182 विकेट झटके। कौल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 120 विकेट और विजय हजारे ट्रॉफी में 155 विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज रहे।
सिध्दार्थ कौल ने रणजी ट्रॉफी में खेला आखिरी मैच
कौल ने इस महीने की शुरुआत में हरियाणा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का मुकाबला खेला, जो उनका आखिरी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट मैच था। इसके अलावा, उन्होंने हाल ही में आईपीएल 2025 के लिए हुई मेगा नीलामी में अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर अपना नाम पंजीकृत कराया था, लेकिन किसी टीम ने उन पर बोली नहीं लगाई।
सिद्धार्थ कौल ने 2008 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत को अंडर-19 विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके शानदार प्रदर्शन ने उन्हें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। संन्यास के साथ ही कौल ने विदेशी लीग में खेलने की इच्छा जाहिर की है। यह उनकी क्रिकेट यात्रा का नया अध्याय हो सकता है। कौल के शानदार करियर और उपलब्धियों को हमेशा याद रखा जाएगा।
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