पर्थ टेस्ट में 295 रनों की विशाल जीत के साथ भारतीय क्रिकेट टीम ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) की अंकतालिका में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरे पायदान पर खिसक गई। इस जीत ने WTC फाइनल में पहुंचने के समीकरण को पूरी तरह बदल दिया है। अब दोनों टीमें फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए पूरी ताकत झोंकने को तैयार हैं।
WTC के लिए टीम इंडिया का गणित
भारत के पास इस WTC साइकिल में केवल चार टेस्ट मुकाबले शेष हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी सीरीज के अंतर्गत हैं। वर्तमान में टीम इंडिया का जीत प्रतिशत 61.11 है। अगर भारत यह सीरीज 5-0 से जीतता है, तो यह आंकड़ा 69.30 तक पहुंच जाएगा। वहीं, 4-1 की जीत पर यह प्रतिशत 64.04 रहेगा। 3-2 के स्कोर पर टीम का जीत प्रतिशत 58.77 रह जाएगा।
हालांकि, अगर टीम 2-3 या 1-4 से हारती है, तो यह प्रतिशत क्रमश: 53.51 और 48.25 तक गिर जाएगा। ऐसे में भारत को 5-0 या 4-1 की जीत की जरूरत है। 3-2 की स्थिति में भी फाइनल की उम्मीद बनी रह सकती है, लेकिन इसके लिए ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका से कम से कम एक टेस्ट हारना होगा।
अन्य टीमों का समीकरण
अगर भारत 3-2 से सीरीज जीतता है, तो न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका और श्रीलंका उसकी राह में बड़ी बाधा बन सकते हैं। न्यूजीलैंड अगर इंग्लैंड को 3-0 से हराता है, तो वह 64.29 प्रतिशत जीत के साथ शीर्ष पर पहुंच जाएगा। वहीं, साउथ अफ्रीका चार में से तीन मैच जीतता है, तो वह 61 प्रतिशत से अधिक पर पहुंच जाएगा।
श्रीलंका की स्थिति भी मजबूत है। अगर वह चार में से तीन टेस्ट जीत लेता है, तो उसका जीत प्रतिशत 61 से अधिक होगा। इस स्थिति में श्रीलंका फाइनल में जगह बना सकता है।
ऑस्ट्रेलिया को जीत की सख्त जरूरत
ऑस्ट्रेलिया के लिए समीकरण थोड़ा सरल है। अगर वह बचे हुए छह टेस्ट में से पांच जीत लेता है, तो उसका जीत प्रतिशत 65.79 तक पहुंच जाएगा। चार जीत और एक ड्रॉ के साथ यह प्रतिशत 61.11 तक होगा।
WTC फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बचे चार में से कम से कम तीन मैच जीतने होंगे। वहीं, ऑस्ट्रेलिया को भी अपनी उम्मीदें जिंदा रखने के लिए बाकी मुकाबलों में जोर लगाना होगा। ऐसे में आगामी मैच रोमांच से भरपूर रहने वाले हैं।