IND vs NZ Test Series : बेंगलुरु टेस्ट के दूसरे दिन जब भारतीय टीम (Team India) न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ 46 रनों पर ढेर हो गई, तो कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स को घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा कर रहे अभिमन्यु ईश्वरन (Abhimanyu Ishwer) की याद आई। स्विंग होती गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए, और तब यह सवाल उठने लगा कि आखिर अभिमन्यु जैसे फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज को क्यों नजरअंदाज किया गया?
घरेलू क्रिकेट में लगा रहे रनों का अंबार
हाल ही में तीन टेस्ट मैचों के लिए घोषित भारतीय टीम (Team India) में अभिमन्यु (Abhimanyu Ishwer) का नाम नहीं देख विशेषज्ञों को हैरानी हुई थी। बांग्लादेश, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारतीय टीम (Team India) का हिस्सा रहे अभिमन्यु ने में कहा कि वह चयन के मुद्दे पर चुप रहना पसंद करेंगे, लेकिन उनका बल्ला जरूर बोलेगा।
अभिमन्यु ईश्वरन (Abhimanyu Ishwer) ने इस साल सात प्रथम श्रेणी मैचों में 122 की औसत से 979 रन बनाए हैं, जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। वह मानते हैं कि 2024 उनके लिए एक बेहतरीन साल रहा है और उन्हें उम्मीद है कि अगर उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मौका मिलता है, तो वे शुभमन गिल और ऋषभ पंत की तरह टीम में अपनी जगह पक्की करने का प्रयास करेंगे।
Team India के लिए स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी मजबूत की
अभिमन्यु ईश्वरन (Abhimanyu Ishwer) ने बताया कि हैमस्ट्रिंग इंजरी से उबरने के बाद उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को और मजबूत किया, खासकर स्पिन के खिलाफ स्वीप और बैकफुट पर खेलने पर ध्यान केंद्रित किया। ईरानी ट्रॉफी में खेली गई पारियों से उन्होंने सीखा कि आधुनिक क्रिकेट की मांगों को समझते हुए कैसे खुद को ढालना है।
अभिमन्यु ने बताया कि वह हर मैच से पहले पिच की स्थिति और विराट कोहली (VIRAT KOHLI) व रोहित शर्मा (ROHIT SHARMA) की पारियों को देखकर खुद को तैयार करते हैं। विराट की कप्तानी में इंग्लैंड और रोहित की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर खेलने का अनुभव उनके लिए काफी प्रेरणादायक रहा। उन्होंने नेट्स सेशन में दोनों कप्तानों से बहुत कुछ सीखा, जो उन्हें इंडिया ए के मैचों में भी मदद कर रहा है।