न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में 0-2 से पिछड़ने के बाद Team India ने अंतिम टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए कड़ी तैयारी शुरू कर दी है। भारतीय बल्लेबाजों ने वानखेड़े स्टेडियम में स्पिन गेंदबाजों का सामना करने के लिए जमकर पसीना बहाया, खासकर उन स्पिनरों का जो लगातार सटीक गेंदबाजी कर रहे हैं। शुक्रवार से शुरू होने वाले इस टेस्ट मैच में स्पिन की अनुकूल पिच मिलने की उम्मीद है, और टीम प्रबंधन इस चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रहा है।

स्पिनरों से निपटने के लिए Team india ने बुलाए 25 नेट बाॅलर

पिछले दो टेस्ट मैचों में भारतीय बल्लेबाजों को सटीक स्पिन गेंदबाजी के सामने मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों को तेज उछाल और सही लाइन वाली गेंदों ने परेशान किया, वहीं पुणे में मिशेल सेंटनर की सटीक बाएं हाथ की स्पिन ने भारतीय टीम (Team India) को परेशानी में डाल दिया।

इन स्पिनरों से भारतीय टीम (Team India) ने इस बार 25 नेट गेंदबाजों को बुलाया, जिसमें स्पिन और तेज गेंदबाजी का अच्छा मिश्रण था। इन स्थानीय गेंदबाजों ने तीन घंटे तक भारतीय खिलाड़ियों को कठिन अभ्यास कराया, जिसमें मोहम्मद सिराज ने भी बैटिंग प्रैक्टिस में हिस्सा लिया और कुछ बड़े शॉट लगाए। पिच पर घास की परत को रोलर से हटाकर बीच के हिस्से में नमी बनाए रखने की कोशिश की गई, ताकि टेस्ट के दौरान गेंदबाजों को मदद मिले।

कोच और सहायक कोच की रणनीति

Team India के सहायक कोच अभिषेक नायर ने इस चुनौती पर कहा कि स्पिनरों की गेंदों को समझना महत्वपूर्ण है, खासकर जब कुछ गेंदें टर्न लेती हैं और कुछ सीधी जाती हैं। उन्होंने कहा, "बल्लेबाजों के लिए यह देखना महत्वपूर्ण है कि गेंद हाथ से कैसे निकल रही है, और कौन सी गेंद स्पिन करेगी और कौन सी सीधे जाएगी। यह एक मानसिक खेल है, और खिलाड़ियों को इसे समझने की आवश्यकता है।"

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