Mahatma Gandhi Death: आज तारीख 30 जनवरी है और यह भारत के इतिहास का सबसे दुखद दिन माना जाता है। दरअसल यही वो काला दिन है, जब सन् 1948 में महात्मा गांधी की हत्या हुई थी। नाथूराम गोडसे ने प्रार्थना सभा में बापू के करीब जाकर उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया था।

तभी से इस दिन को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (Mahatma Gandhi Death Anniversary) के रूप में देशभर में मनाया जाता है। बता दें कि इस मौके पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गजों ने सोशल मीडिया के जरिए गांधी जी को याद किया। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानने वाले हैं।

Mahatma Gandhi Death: इन दिग्गजों ने किया बापू को याद

Mahatma Gandhi Death

भारत को सत्य व अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले महात्मा गांधी की आज 77वीं पुणयतिथि है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत भारतीय राजनीति के दिग्गज राजघाट पहुंचे। बापू की समाधि स्थल पर जाकर इन दिग्गजों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

पीएम मोदी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर लिखा, "पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि, उनके आदर्श हमें एक विकसित भारत बनाने के लिए प्रेरित करते हैं। मैं देश के लिए शहीद हुए बाकी सभी लोगों को भी श्रद्धांजति अपर्ति करता हूं और उनकी सेवा व बलिदान को याद करता हूं।"

वहीं राहुल गांधी ने बापू की पुण्यतिथि पर लिखा, "गांधी जी सिर्फ एक व्यक्ति नहीं हैं, वह भारत की आत्मा हैं, और हर भारतीय में आज भी जीवित हैं।"

Mahatma Gandhi Death: कुछ ऐसा रहा था 30 जनवरी, 1948 का घटना क्रम

Mahatma Gandhi Death

30 जनवरी, 1948 के दिन महात्मा गांधी की दिनचर्या की बात करें तो वह सुबह के 3.30 बजे उठे। प्रार्थना की, नींबू व शहद वाला पानी पिया और दुबारा सो गए। उठने के बाद उन्होंने मालिश करवाई, नाश्ता किया और अखबार पढ़ा। शाम पांच बजे दिल्ली के बिरला हाउस में प्रार्थना सभा आयोजित किया गया था।

इस दौरान नाथूरान गोडसे ने वहां आकर पहले तो गांधी जी के पांव छुए, फिर पिस्तौल निकालकर धांय-धांय तीन गोलियां बापू के शरीर में दाग दी। "हे राम" कहते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने दम तोड़ दिया।

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