भारतीय क्रिकेट टीम (INDIA CRICKET TEAM) के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) का सीमित ओवरों में प्रदर्शन भले ही शानदार रहा हो, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनकी फॉर्म लगातार गिरती जा रही है। पिछले कुछ वर्षों में टेस्ट में उनके प्रदर्शन में गिरावट से क्रिकेट जगत में उनकी स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं। वहीं, प्रशंसक यह जानने को उत्सुक हैं कि क्या घरेलू क्रिकेट में कुछ समय बिताने से वे अपनी खोई हुई लय पा सकते हैं।
हालिया टेस्ट प्रदर्शन में गिरावट
विराट कोहली (Virat Kohli) ने अब तक 117 टेस्ट मैचों में कुल 9018 रन बनाए हैं, लेकिन 2024 में उनके प्रदर्शन पर नजर डालें तो यह उनकी पिछली छवि से मेल नहीं खाता। जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोहली ने सिर्फ 58 रन बनाए, वहीं सितंबर में बांग्लादेश के खिलाफ उनके स्कोर क्रमश: 23 और 76 रहे।
अक्टूबर 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए टेस्ट मैच में भी कोहली पहली पारी में शून्य पर आउट हुए, हालांकि दूसरी पारी में 70 रन बनाए। उनकी स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष भी उनकी खराब फॉर्म का कारण रहा है, खासकर एशिया की पिचों पर।
लंबे प्रारूप में विराट कोहली का बल्ला लंबे समय से खामोश रहा है। जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में उनके आखिरी शतक के बाद से बड़े स्कोर की कमी बनी हुई है। उन्होंने अपनी पिछली 26 टेस्ट पारियों में केवल 28.85 की औसत से 606 रन बनाए हैं, जिसमें सिर्फ दो शतक शामिल हैं। कोहली का यह प्रदर्शन टीम इंडिया के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं पर भी प्रभाव डाल सकता है।
Virat Kohli को घरेलू क्रिकेट की जरूरत
विराट कोहली (Virat Kohli) के फॉर्म में गिरावट का सबसे बड़ा कारण उनकी लंबे समय से बड़ी पारी खेलने में असमर्थता रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोहली को रणजी ट्रॉफी जैसे घरेलू क्रिकेट में वापस आना चाहिए।
घरेलू क्रिकेट के हालिया उदाहरण के तौर पर वाशिंगटन सुंदर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रणजी ट्रॉफी में 152 रन बनाए और 6 विकेट लिए, जिससे उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में वापसी का मौका मिला। कोहली के लिए भी घरेलू क्रिकेट में खेलना फॉर्म हासिल करने के लिए लाभदायक हो सकता है।
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